Sunday, June 28, 2020

अमृत क्या है ? और सिकंदर ने अमृत क्यों नहीं पिया ? Why did Alexander not drink Amrit ?




કુદરતે આપેલું જીવન અને મૃત્યુ એ જ અમૃત છે.

         અમૃત અને મૃત્યુ બેમાંથી સિકંદર કયુ પસંદ કરે છે ?  વાંચો




सिकंदर उस जल की तलाश में था, जिसे पीने से मानव अमर हो जाते हैं.!


काफी दिनों तक  दुनियाँ में भटकने के पश्चात आखिरकार उस ने वह जगह पा ही ली, जहाँ उसे अमृत की प्राप्ति हो


                       उसके सामने ही अमृत जल बह रहा था, वह अंजलि में अमृत को लेकर पीने के लिए झुका ही था कि तभी एक बुढा व्यक्ती जो उस गुफा के भीतर बैठा था, जोर से बोला,  रुक जा, यह भूल मत करना...!’

बड़ी दुर्गति की अवस्था में था वह बुढा !


सिकंदर ने कहा, ‘तू रोकने वाला कौन...?’

                             बुढे ने उत्तर दिया, ..मैं अमृत की तलाश में था और यह गुफा मुझे भी मिल गई थी !, मैंने यह अमृत पी लिया !
                    अब मैं मर नहीं सकता, पर मैं अब मरना चाहता हूँ... ! देख लो मेरी हालत...अंधा हो गया हूँ, पैर गल गए हैं,  देखो...अब मैं चिल्ला रहा हूँ...चीख रहा हूँ...कि कोई मुझे मार डाले, लेकिन मुझे मारा भी नहीं जा सकता !
                    अब प्रार्थना कर रहा हूँ  परमात्मा से कि प्रभु मुझे मौत दे !

 सिकंदर  चुपचाप गुफा से बाहर वापस लौट आया, बिना अमृत पिए !

              सिकंदर समझ चुका था कि जीवन का आनन्द उस समय तक ही रहता है, जब तक हम उस आनन्द को भोगने की स्थिति में होते हैं!


इसलिए स्वास्थ्य की रक्षा कीजिये !  जितना जीवन मिला है,उस जीवन का भरपूर आनन्द लीजिये !
 हमेशा खुश रहिये

दुनियां में सिकंदर कोई नहीं, वक्त ही सिकंदर है..

કુદરતે આપેલું જીવન અને મૃત્યુ એ જ અમૃત છે

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    Alexander was looking for water that make human beings immortal by drinking.!  
      After wandering in the world for a long time, he finally found the place where he was flowing nectar in front of him at the receiving of nectar, he was inclined to drink nectar in Anjali, only to speak loudly, to stop, not to forget it...!'  He was in a state of great degradation!

            He was in a state of great degradation!  Alexander said, 'Who's going to stop you...?'  Old replied, .. I was looking for nectar and this cave got me too!, I drank this nectar!


     Now I can't die, but I want to die now...! See my condition... I'm blind, the legs are thawed, look... Now I'm screaming... Scream... That someone would kill me, but I can't even kill!  Now I am praying to god that the Lord give me death!

                Alexander quietly returned out of the cave, without taking nectar!   Alexander had understood that the joy of life lasts until we are in a position to enjoy that joy!


           So protect health! Enjoy the full joy of life as much as you have found!  Always be happy in the world, 

Alexander is  Not alexander in the world, time is Alexander..

Life and death given by nature are the same nectar

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